Sunday, December 19, 2010

आपकी गाडी मेहनत की कमाई का पैसा अब बैंकों मे भी सेफ नही हैं ...........








आपकी गाडी मेहनत की कमाई का पैसा अब बैंकों मे भी सेफ नही हैं ...........
एंकर -रात दिन कमाने वालों अब सावधान हो जाओ क्योंकि आपकी गाडी मेहनत की कमाई का पैसा अब बैंकों मे भी सेफ नही हैं ..जी हाँ आपका पैसा अब कहीं भी सेफ नही है ...अब तक अपनी कमाई को सुरक्षित रखने की सबसे सुरक्षित जगह बैंक होते थे -----मगर बैंक भी अब पहले की तरह सुरक्षित नहीं रह गए ------अब आपके चेक बुक में भी सेंध लग सकती हैं ..आपके ATM मैं भी सेध लग सकती हैं ..---जी हाँ ऐसा ही हो रहा है देश कि राजधानी दिल्ली में ..पिछले एक महीने में राजधानी के तीन अलग अलग बैंकों से 50 लाख रूपये निकल कर अपराधियों ने बिनकों के विस्वसनीयता पर ही सवालिया निशान लगा दिया है -------यहाँ बुराड़ी के एक बेंक से फर्जी चेक बुक से 43 लाख उडाये गए ....तो वहीं अशोक विहार में बेंक के चेक ड्रौप बॉक्स से चेक चोरी हुए और महज तीन दिनों में दर्जनों चेक एन सी आर के अलग अलग बैंकों के ब्रांचों से लाखों की रकम निकाल लिया गया ...वहीं पीतमपुरा में एक रिटायर्ड बुजुर्ग बना ATM फ्रोड का शिकार ......
वी ओ 1 आप किसी को चेक भी ना दे और आपके अकाउंट से पेशे भी निकलते रहे.. .ऐसा हो रहा हैं दिली मैं ...आपका अपना अकाउंट दिल्ली के किसी बेंक मैं हैं तो हो जाइए सावधान ..आप अपना अकाउंट टाइम टू टाइम चेक करते रहिये ...आपका अपना अकाउंट भी हो सकता हैं किसी साजिस का सिकार ...आप चेक भी न दे और आपके अकाउंट से पेशे भी निकल जाए ...ऐसा ही एक शीकार है राहुल नाम का ये अठारह साल का युवक ...इसकी अब तक कि जिन्दगी मुसीबतों से भरी रही ....गुडगाँव के पास घाटा गाँव मैं ये जन्मा .... .अनेक संघर्ष इस बच्चे ने झेले ....जब ये छोटे से बच्चे थे तो इनके पिता कि दिमागी हालत खराब हो गई ......माता ने अलग होकर दूसरी शादी कर ली और कही दूसरी जगह चली गई ...अब ये अकेला पड़ गया .. तभी इस बच्चे को इसकी बुआ दयावती जगतपुर बुराड़ी मैं अपने पास ले आई ..और इसका पालन पोषण करती रही ...वही गाँव मैं राहुल कि 10 बीघा जमीन थी ..जो परिवार के दुसरे लोगों ने अपने कब्जे मैं कर ली ........और 1996 मैं 99 साल का पट्टे पर ताऊ लोगों ने ये जमीन अपने नाम करवा ली ..और राहुल नाम के इस बच्चे कि जमीन ताऊ लोगों ने 2006 मैं एक कम्पनी को 1 करोड़ 69 लाख 80 हजार मैं बेच दी... पता चलने पर बच्चे को पाल रही बुआ के पाँव तले कि जमीन निकल गई ...तुरंत कोर्ट कि शरण मैं ये बच्चा गया ..कोर्ट ने आखिरकार ये जमीन राहुल के पिता को दिलाई और बेचे गये हिस्से से पेशे 84 लाख 90 हजार राहुल के पिता को ..और 84 लाख 90 हजार राहुल को दिलाये ...और राहुल ने अपने 84 लाख रूपये अगस्त 2010 मैं बुराड़ी के इस बेंक ऑफ़ बडोदा मैं अकाउंट खुलाकर डाल दिये ...अब राहुल को पेशे एक संघर्ष के बाद मिले और उन्हें बेंक मैं डाल राहुल खुश था ...अब कोई चिंता नही ..अब ये 12 वी कि अपनी पड़ाई कर रहा हैं .पर अचानक बीते 8 दिसम्बर को जब राहुल ने अकाउंट चेक किया तो पाँव के निचे कि जमीन निकल गई ....बेंक मनेजर ने बताया कि आपके अकाउंट से हेवी transaction हुई हैं ..10 लाख निकल चुके हैं ..साडे आठ लाख का चेक क्लिय्रियस के लिए आया हुआ हैं ..उस चेक को तुरंत रोक लिया ..फिर पूरा अकाउंट चेक किया तो पता चला कि राहू के अकाउंट नबर 331501000003248 से 43 लाख रूपये मेरठ व गागियाबाद मैं निकले हैं ..एक दीसबर को साडे सात लाख व साडे चोदह लाख मेरठ के बेंक ऑफ़ बरोदा से निकले ...और छे दीसबर को 21 लाख निकले HDFC गाजियाबाद से ..और साडे आठ लाख का चेक भी इसी HDFC से आया हुआ था जो वक्त रहते सभाला गया ...
बाईट - राहुल कुमार ( पीड़ित बच्चा )....बेंक मनेजर ने बताया कि आपके अकाउंट से हेवी transaction हुई हैं ..10 लाख निकल चुके हैं ..साडे आठ लाख का चेक क्लिय्रियस के लिए आया हुआ हैं
बाईट - प्रमोद ( पीड़ित राहुल का भाई ..बुआ का बेटा )एक दीसबर को साडे सात लाख व साडे चोदह लाख मेरठ के बेंक ऑफ़ बरोदा से निकले ...और छे दीसबर को 21 लाख निकले HDFC गाजियाबाद से ..और साडे आठ लाख का चेक भी इसी HDFC से आया हुआ था...बेंक मनेजर ने बताया कि आपके अकाउंट से हेवी transaction हुई हैं ..
बाईट - दयावती ( राहुल कि बुआ ) - रोते हुए ..बहुत मुश्किलों से पालो पोसो ..अब बेंक वालों ने ये कर दीयों ......
वी ओ 2 जांच से पता चला कि संगीता नाम कि कोई लडकी राहुल कि चेक बुक बेंक से ले गई ..लेकिन राहुल किसी संगीता नाम कि लडकी को नही जानता ..और राहुल ने अपनी चेक बुक से कोई चेक नही दिया .....ये संगीता कोन थी ये अब कोई नही जानता ...अब राहुल व उसके परिजनों को बेंक के ही किसी कर्मचारी कि मिलीभगत लगती हैं ...यदि आप खुद अपनी चेक बुक लाने जाओ तो बिना डाक द्वारा भेजे गये पत्र बिना चेक बुक ये बेंक आपको नही देगा ..फिर भी आपसे चेक बुक इश्यु करते वक्त पास बुक जरूर मांगेगा ...यहा ऐसा कुछ नही हुआ ..बल्कि राहुल कि चेक बुक एक लडकी को दे दी ..इससे साफ हैं कि बेंक का कोई न कोई कर्मचारी मिला हुआ हैं ..
बाईट - प्रमोद ( बुआ का बेटा )बेंक का कोई न कोई कर्मचारी मिला हुआ हैं ..
वी ओ 3 अब राहुल ने बुराड़ी थाने मैं शिकायत दर्ज करा दी हैं ..पुलिस ने संगीता नाम कि महिला कि फूटेज भी अपने कब्जे मैं ले ली हैं .....और अभी तक हाथ कुछ नही लगा हैं ..बेंक भी अपनी जांच कि बात कर पल्ला झाड रहा हैं ..लेकिन चेक बुक किसी और को देकर बेंक कि एक छोटी सी गलती ने इस बच्चे कि रकम लूट्वा दी और अब ये बच्चा इन्साफ के लिए दर दर भटक रहा हैं ..और बेंक अधिकारी केमरे के आगे बोने को तेयार नही .....
Rajender Swami...........................

Pkg - 2

Feed ftp stringer / 19 Dec. Bank Fraud ( 3 folders -.....19 Dec. Bank of Broda(7 files ) / 19 Dec.Bank Ashok Vihar( 5 fies ) / 19 Dec. ATM Fraud ( 4 files )
एंकर - बेंकों के इस फ्रोड मैं अशोक विहार के दीपक नागपाल व पीतमपुरा के बुजुर्ग SC Gupta भी बने ...इन दोनों को भी बेंकों मैं फ्रोड करने वालों ने अपना शीकार बनाया ....दीपक का चेक ड्रो बॉक्स से चोरी हुआ तो SC Gupta के ATM से निकल गये पेशे ...आप भी रहिये सावधान आप भी हो सकते हैं ऐसे फ्रोड़ों के शीकार ..आप ATM से पेशे निकालकर निकले और आपने केंसल का बटन भी दबाया उसके बाद भी ATM से आपके बाहर जाने के बाद आपके पेशे निकल सकते हैं ....देखिये ऐसी ही कहानी ....
वीओ 1 ये बुजुर्ग शख्स हैं पितामुरा के DU बलोक मैं रहने वाले SC Gupta ...इनका अपना अकाउंट हैं जनकपुरी के AXIS बेंक मैं ये बीती 13 December को प्रशांत विहार के AXIS बेंक के ATM से अपनी मिनी स्टेटमेंट लाने गये ..दिन के बारह बजे थे ....ये ATM मैं घुसे कार्ड डाला लेकिन मशीन ने काम नही किया ..इन्होने केंसिल का बटन दबाया और मुड़े तो देखा कि एक लडका भी पीछे खडा हैं ..इन्होने कहा कि मशीन शायद खराब हो गई हैं ..गुप्ता जी एक घंटे के लिए भांजे के पास गये और एक घंटे बाद आये और फिर चेक किया ..तो पाया कि उसके अकाउंट से बीस हजार गायब हैं .वो भी ATM से इसी बीच ....गुप्ताजी चोक गये बेंक से मिले ...100 नंबर कोल कि ..मोरया इन्क्लेव थाने गये जाहा इनका घर हैं ..उन्होंने कहा कि आप प्रशांत विहार जाइए जाहाँ ATM हैं ..प्रशांत विहार ने कहा कि आप जनकपुरी जाइए आपका खता जनकपुरी कि ब्रांच मैं हैं ..अभी पुलिस सिर्फ बयान लेकर चक्कर कटवा रही हैं किसी भी थाने ने FIR दर्ज नही कि हैं ..अब ये बुजुर्ग गुहार लगा लगाकर परेशान हो चुका हैं ......
बाईट - SC Gupta ( पीड़ित बुजुर्ग )..ATM मैं घुसे कार्ड डाला लेकिन मशीन ने काम नही किया......केंसिल का बटन दबाया और मुड़े तो देखा कि एक लडका भी पीछे खडा हैं ..इन्होने कहा कि मशीन शायद खराब हो गई हैं.........100 नंबर कोल कि ..मोरया इन्क्लेव थाने गये जाहा घर हैं ..उन्होंने कहा कि आप प्रशांत विहार जाइए जाहाँ ATM हैं ..प्रशांत विहार ने कहा कि आप जनकपुरी जाइए आपका खता जनकपुरी कि ब्रांच मैं हैं ..
वी ओ 2 ये दुसरे शख्स हैं दीपक नागपाल ..इनका नीता ट्रेडिंग कम्पनी के नाम से PNB अशोक विहार मैं अकाउंट हैं .. 21 November को इन्होने 5 लाख का एक चेक वासुदेव के नाम का अशोक विहार कि सेन्ट्रल मार्केट के बैंक ऑफ़ बडोदा के ड्रो बॉक्स मैं डाला ...लेकिन उसी रात इस ड्रो बॉक्स से 80 चेक चोरी होने का मामला आया ..लेकिन दीपक को इसका पता उसी दिन नही चल पाया ...24 November को दीपक के इस अकाउंट से 5 लाख निकल गये जो गाजियाबाद के बेंक ऑफ़ इंडिया से निकले ...मात्र तीन दिन मैं फर्जी अकाउंट खुला ..उसको ATM चेक बुक सभी दे दी मामला साफ हैं कहीं न कहीं बेंकों के लोगों कि मिलीभगत हैं ...जो गारंटर बनाया वो कम्पनी की सिर्फ वेसे साइन हैं कोई मोहर आदि नही ..बेंकों के इस डीले रवेये ने कहे या मिलीभगत ने यहाँ भी लोगों कि कमाई हडप ली ...सिर्फ जांच कि बात कह यहाँ भी बेंक पल्ला झाड रहे हैं ...
बाईट - दीपक नागपाल ( पीड़ित ) टेक्स्ट - इस अकाउंट से 5 लाख निकल गये जो गाजियाबाद के बेंक ऑफ़ इंडिया से निकले ...मात्र तीन दिन मैं फर्जी अकाउंट खुला
वी ओ 3 Bank of Broda के अधिकारी तो बात नही कर रहेलेकिन पंजाब नॅशनल बेंक अशोक विहार मैं जहाँ दीपक कि कम्पनी का खाता हैं वहां के अधिकारियों का कहना हैं कि बैंक ऑफ़ इंडिया गाजियाबाद से चेक आया था नोरम पूरे थे हम क्लियर करने को बाउंड थे हमने क्लियर कर दिया ..अब वो नकली अकाउंट हैं तो जिम्मेदारी बैंक ऑफ़ इंडिया कि हैं ....
बाईट - राजेन्द्र गुप्ता ( बेंक अधिकारी PNB अशोक विहार )टेक्स्ट - बैंक ऑफ़ इंडिया गाजियाबाद से चेक आया था नोरम पूरे थे हम क्लियर करने को बाउंड थे हमने क्लियर कर दिया ..अब वो नकली अकाउंट हैं तो जिम्मेदारी बैंक ऑफ़ इंडिया कि हैं ....
वी ओ 4 इन मामलों से साफ हैं कि दिल्ली व NCR मैं कोई गिरोह सक्रिय हैं जो बेंकों के ग्राहकों को अपना निशाना बनाता हैं ..और कहीं न कहीं बेंकों के कर्मचारी भी इन मामलों मैं मिले नजर आ रहे हैं ....अब जरूरत हैं हम अपने अकाउंट के प्रति सावधान रहे .............
Anil Attri ................

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