Tuesday, September 7, 2010

बच्चा मर गया एक माँ कि कोख उजड़ गई पर इस साहब को अभी लिखित शिकायत का इन्तजार हैं






दिल्ली में सरकारी अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया हैं ..जिसमें अस्पताल पर आरोप हें की उसने एक पांच दिन के बच्चे का इलाज करने से करने से मना कर दिया बल्कि ये कहकर भगा दिया गया की उनमें से बदबू आ रही इसी दोरना गरीब माँ बाप इधर उधर भागते रहें और बच्चे की मोत हो गई .. जब लोगों ने देखा तो सभी मरीजों ने नारेबाजी की और विरोध किया ...ये माँ बाप अस्पताल के आगे बेठे रोते रहे ..........अब अस्पताल सिर्फ जाच की बात कह रहा हैं न तो डॉक्टर पर कोई कारवाई की हैं न ही पुलिस इस गरीब का साथ दे रही हैं ...
वि ओ १ ये हैं गरीब माँ बाप जो पूरे देश कि पोल खोल रहे हैं.. इस टाइम ये रो रहे हैं जहांगीरपुरी के बाबू जगजीवन राम अस्पताल में और यहाँ के डॉक्टरों व पुलिस वालों को कोस रहे हैं ,,,,ये एक सप्ताह पहले यहाँ आये थे तब अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा पेट में मर चुका हें ..और दाखिल नही किया ..फीर ये गरीब बाहर गये लोगों ने इनकों पेशे दिये ....इस शख्स ने अपने आने वाले बच्चे के लिए भीख तक मांगी ..और एक निजी अस्पताल में अपनी पत्नी को ले गया जाहाँ इस महिला ने इस बच्चे को जन्म दिया सरकारी अस्पताल ने जिसे मृत घोषित किया था वही बच्चा ज़िंदा पैदा हुआ लेकिन बच्चा बीमार पैदा हुआ और अब इस गरीब के पेशे भी खत्म हो चुके थे अब इसे दोबारा आज सरकारी अस्पताल में आना पडा ..आज जब ये आये तो डॉक्टर्स ने ये कह भाया कि जा बदबू आ रही हैं ..और एक पुलिस कर्मी ने भी जो यहाँ अस्पताल में तेनात हैं ने भी इन्हें बाहर धकेल दिया ..अब ये गरीब वार्ड व अम्र्जेंसी के चक्कर लगाता रहा इसे अन्दर नही घुसने दिया गया यहाँ तक कि इनकी पर्ची भी उस डॉक्टर ने फाड़कर फ़ेंक दी ...इसी फेरबदल के दोरान बच्चा अपने जीवन के लिए लड़ रहा था ..और इसी बीच बच्चे कि मोत हो गई ...
बच्चे कि माँ कि रोते हुए - भगा दिया ..पर्ची भी फाड़ दी ..इलाज नही किया ..
बच्चे के पिता पिता टेक्स्ट - पहले कहा था मर गया हैं .मेने भीख मांगकर प्राइवेट में बच्चा पैदा कराया पेशे खत्म हो गये थे आज यहाँ आया भगा दिया ...........
जब लोगों ने भी ये सब देखा और लोगों कि आत्मा पिन्घ्ली लोगों ने विरोध किया पुलिस को कोल ..नारेबाजी कि बल्कि लोग ये मांग कर रहे हैं कि इसमें डॉक्टर के खलाफ व बाहर धकेलने वाले पुलिस वाले के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए ...
( स्थानीय महिला ) बच्चा मार दिया डॉक्टर्स ने कहा बदबू आ रही हैं ..एक पुलिस वाला भी था हमने देखा इनका बच्चा ज़िंदा था ,,इनकी वजह से मरा ..दाखिल नही किया
( पीड़ित बचाव में आया शख्स ) टेक्स्ट मर्डर का मामला दर्ज होना चाहिए ..यहा गरीबों कि सुनवाई नही ...
वी ओ ३ पुलिस भी आई पर इस गरीब कि कोई सुनवाई नही इसे बल्कि डराया जा रहा हैं ये एक शालीमार बाग़ के केला गोदाम में मजदूरी करता हैं और पड़ना लिखना कुछ भी नही जानता ..इस कारण बेचारा बेसहाय हैं ..और इस बच्चे कि लाश को लेकर रो रहे हैं .इस अस्पताल प्रशाशन का कहना हैं कि ये अम्र्जेंसी से सीधे वार्ड नही पहुचे जब साडे दस बजे पहुचे तो बच्चा मर चुका था ...बदबू कि बात कह भगाने के मामले पर अस्पताल का कहना हैं कि जब लिखित शिकायत आएगी तभी कारवाई करेंगे ..जांच करेंगे और दोषी निकले कोई तो कारवाई होगी ..
बाईट - वीर सिंह ( एम् एस बाबू जग्जिव्न्न राम अस्पताल ) टेक्स्ट - अम्र्जेंसी से सीधे वार्ड नही पहुचे जब साडे दस बजे पहुचे तो बच्चा मर चुका था ..लिखित शिकायत आएगी तभी कारवाई करेंगे ..जांच करेंगे और दोषी निकले कोई तो कारवाई होगी ..
बच्चा मर गया एक माँ कि कोख उजड़ गई पर इस साहब को अभी लिखित शिकायत का इन्तजार हैं ..ये असलियत हैं देश के सरकार अस्पतालों कि ...अब अस्पताल जाँच कि बात कह टाल मटोल कर रहा हैं ..होगा कुछ नही वे ही डाक के तीन पात ...ये गरीब हार थककर चुप हो जाएगा ..

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