Wednesday, July 14, 2010
खुद रही हैं दिल्ली ...
कल एक ट्रक सड़क में धसा तो आज मुखर्जी नगर में एक स्कूली बस के पहिये जमीन में धस गए...जिसे करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद निकला गया... इन दोनों ही घटनाओं में कोई हताहत तो नहीं हुआ--- लेकिन ये हादसे विकास कार्यों की गुणवत्ता और विभागों के बिच आपसे तालमेल की पोल तो खोल ही रहे है साथ ही लोगों के लिए मुसीबत का कारन भी बन रहे है...आज सड़क पर फसी स्कूल बस ही दो घंटे तक नहीं फसी रही बल्कि इसके कारन यातायात भी जाम रहा..
नोर्थ दिल्ली में बारिश ने निगम और दिल्ली सरकार के दावे ही नहीं धो दिए बल्कि प्रशासन द्वारा किया गए विकास कार्यों और उनके बीच आपसी तालमेल की भी पोल खोल दी....मुखर्जी नगर मैं रोड पर फसी यह स्कूल बस भी विभागों के आपसी तालमेल और काम में क्वालिटी की कमी का नतीजा है..दरअसल यहाँ एक हफ्ते पहले टेलीफ़ोन की तार डालने के लिए मशीन से यहाँ खुदाई की गयी थी...उस मशीन से जल बोर्ड के पाईप लाइन में सुराख़ हो गया...उस सुराख़ को भरने के लिए जब जल बोर्ड ने वहां खुदाई की तो बिजली की तारें कट गयी...फिर तारों को जोड़ने के लिए भी गड्ढा खोदा गया...मगर जब बात गड्ढा भरने की आयी तो इन सभी एजेंसियों के बीच जिम्मेदारी की जंग छिड गयी की इसे भरे कोन...नतीजा यह गद्दा मिटटी से यूँ ही भर दिया गया जो बरसात में अन्दर से खोखला हो गया और यह बस इसमें फस गयी...
यह बस स्कूल के बच्चों को ले जा रही थी...बस में बच्चे भी थे लेकिन किस्मत से किसी को चोट नहीं आयी....अब देखना है कि यह किस्मत दिल्ली वालों का कब तक साथ निभाती है...और ऐसे हादसों में उनकी जान बचाती है....
श्रीमान जी वर्तनी नही केवल भाव देखिये ...इंडिक में लिखते हैं इसलिए गलती सम्भव हैं ........
Anil Kumar Attri.....
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