Thursday, August 27, 2015

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनावों के नामाकंन से पहले ही 16 FIR दर्ज और सात गाडियाँ जब्त .


 दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनावों के नामाकंन से पहले ही 16 FIR दर्ज और सात गाडियाँ  जब्त .
अनिल अत्री .
आने वाली 11 सितंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ का चुनाव होना है। दिल्ली यूनिवर्सिटी देश की नंबर एक यूनिवर्सिटी मानी जाती है। समाज से लेकर राजनीति तक में इसका खासा दखल है। दिल्ली यूनिवर्सिटी को राजनीति की नर्सरी भी कहा जाता है. आज के कई बड़े नेता डीयू में छात्रसंघ चुनावों में किस्मत आजमा चुके हैं। इस बार का छात्रसंघ चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। इस बार आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन भी चुनाव में उतर रहा है। दो सितम्बर को नोमिनेशन होंगे चार सितम्बर को नाम वापसी ले सकेगे ..और ग्यारह सितम्बर को वोट डाले जायेगे .. लेकिन अभी तक चुनाव प्रत्यासी घोषित नही पर जमकर चुनाव प्रचार शुरू हो गया साथ ही आचार संहिता उलघन भी खूब हो रहा है .. अभी तक कैम्पस के आसपास पोस्टरबाजी और बैनरों को लेकर आसपास के थानों में सोलह मुकद्दमे दर्ज हो चुके है और सात गाडिया जब्त की गई है ... अकेले मोरीस नगर थाणे की बात की जाए तो इसमें छे मामले दर्ज हो चूके है .जिनमे दो मामले ABVP पर एक मामला NSUI पर एक ही मामला CYSS पर दर्ज हुआ है और ये संगठन खुद सरेआम नियमो  उलघन कर रहे है और आरोप दुसरे संगठनो पर साजिस का लगा रहे है ...
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ये देखिये देश की नामी यूनिवर्सिटी ..दिल्ली यूनिवर्सिटी .. यहा छात्र संघ चुनाव का बिगुल बज चूका है .. और छात्र संगठनो ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है .. बड़े बड़े नेता भी अपने अपने छात्र संगठनो के प्रचार के लिए यूनिवर्सिटी में और अपने अपने एरिया में छात्रो के बीच जाकर अपने अपने छात्र संगठनो  का प्रचार कर रहे है ... देखिये बिजली के पोल .. स्ट्रीट लाइटो के पोल .. दीवारे .. फूटपाथ सब पोस्टरों से भरे पड़े है ... पोस्टरबाजी पर बैन भले ही हो पर यहा देखिये कोई कौना पोस्टरबाजी से नही बचा .. चुनाव आचार संहिता की कड़ी नजर दिल्ली यूनिवर्सिटी पर होती है .पर जबतक प्रत्यासियो की घोषणा नही हो जाती तब तक पोस्टर लगाते वक्त रंगे हाथो पकड़े जाने वालो के खिलाफ ही मामले दर्ज हो रहे है .. पुलिस रात को गस्त करती है और सरकारी सम्पतियो पर पोस्टरबाजी करते लोगो को रंगे हाथो पकड़ा  है .. खासकर मेट्रो स्टेशन और  विधानसभा पर पोस्टर लगाते पकड़े गये है .. .. अभी तक कैम्पस के आसपास पोस्टरबाजी और बैनरों को लेकर आसपास के थानों में सोलह मुकद्दमे दर्ज हो चुके है और सात गाडिया जब्त की गई है ...
बाईट - मधुर वर्मा ( DCP नार्थ दिल्ली )

पोस्टरबाजी कर सरकारी सम्पति को गंदा करने वालो के खिलाफ की गई इस FIR में एक साल की सजा या पचास हजार जुर्माना या दोनों हो सकते है ...अकेले मोरीस नगर थाणे की बात की जाए तो इसमें छे मामले दर्ज हो चूके है .जिनमे दो मामले ABVP पर एक मामला NSUI पर एक ही मामला CYSS पर दर्ज हुआ है और ये संगठन खुद सरेआम नियमो  उलघन कर रहे है और आरोप दुसरे संगठनो पर साजिस का लगा रहे है ...
बाईट -  छात्र नेता ABVP .. 
बाईट - छात्र नेता NSUI ...
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दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब तक बीजेपी समर्थित एबीवीपी और कोंग्रेस समर्थित एनएसयूआई का ही दबदबा देखने को मिलता रहा है। पिछले चुनाव में बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी ने चार में से तीन सीटों पर कब्जा किया था। वहीं इस बार भी एबीवीपी और एनएसयूआई में टक्कर की उम्मीद थी लेकिन आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन CYSS ने चुनाव में उतरने का फैसला लेकर उनके समीकरणों को बिगाड़ दिया है।  सीवाईएसएस आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन है। इसने पहले से ही प्रचार शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता डीयू का सेशन शुरू होने वाले दिन छात्रों का स्वागत करते दिखे। AAP के विधायक इस सेशन के शुरुआत में कैम्पस में गये और नये छात्रो के वैलकम के बहाने छात्रो में अपने संगठन की पैठ बनानी चाही ... ये आम आदमी पार्टी की रणनीति है वो दिल्ली में सभी जगहों पर खुद को स्थापित करना चाहती है। दिल्ली विधानसभा में 67 सीटें जीतने के बाद आप की नजरें डीयू और उसके बाद एमसीडी पर लगी हैं।  अब इतना जरुर है की यूनिवर्सिटी से राजनीति की शुरुआत होती है पर यहा इन चुनावों में छात्रो को राजनीति सीखने के साथ साथ चुनाव आचार संहिता जैसे नियमो के पालन भी सिखने चाहिए .. अब जरूरत है प्रशासन भी छात्र संगठनो के इन चुनावों में सख्ती से काम ले क्योकि छात्र सगठनों के चुनाव अधिकतर जगह हिंसक हो जाते है ....
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अनिल अत्री दिल्ली .......................


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