एंकर - होली पर रंगो से होली खेलने का सिलसिला शुरू हो चूका है ..होली पर रंगों से खेलते वक्त कुछ सावधानियो की भी जरूरत है .. शराब पीकर होली न खेले .. केमिकल मिलावट के रंगों से होली न खेले साथ ही यदि रंग या गुलाल आँख मुह या शरीर के किसी भी हिस्से में चला जाए तो तुरंत उपचार जरुर करे ... साथ ही बडो की जिम्मेदारी की छोटो के होली खेलते वक्त रखे ख्याल ...
वी ओ 1
ये देखिये रंगों की दुकाने सज गई है .. दुकानों पर रंगो के ढेर लगे है ... और लोग खरीद भी रहे है .. लोग एक दुसरे को रंग लगाकर .. मिठाई खाकर ... गीत गाकर होली मनायेगे .. इस सब में हमे सावधानी की भी जरूरत है ताकि हेल्थ से किसी तरह का खिलवाड़ न हो .. आजकल चाहे मिठाई हो या रंग गुलाल हर दुकानदार अपने मुनाफे के लिए मिलावट का सामान बेच रहा है .. यदि केमिकल की मिलावट के रंग हमारी बोडी से टच होकर सकींन के माध्यम से शरीर में जायेगे तो उसके साइड इफेक्ट होने निश्चित है .. इसलिए किसी केमिकल रंग गुलाल का प्रयोग न करे .. बल्कि जानकारों की राय तो यहा तक है की संगीत के साथ फूलो की होली खेले ..गुलाल और रंगो से बचे .. और बढिया ब्रांड का ही रंग या गुलाल खरीदे लोकल गुलाल रंग हानिकारक होते है ..
बाईट - डॉ मनोज कुमार ( CMO सत्यवादी राजा हरिशचंदर अस्पताल )
वी ओ 2
डॉकटर्स का सुझाव है की मुह व आँख नाक आदि में गुलाला व रंग बिलकुल न जाने दे .. सावधानी बरते .. यदि चला भी जाता है तो तुरंत रनिंग वाटर से घोये और तुरंत डॉ के पास ले जाए ताकि कोई इन्फेकसन न हो पाए ..और रंग खेलने से पहले तेल जरुर लगाये जिसे रंग सीधे त्वचा से सम्पर्क में न आये बीच में तेल की परत आ जाए और त्वचा सेफ रह जाए ..
बाईट - डॉ मनोज कुमार ( CMO सत्यवादी राजा हरिशचंदर अस्पताल )
वी ओ 3
साथ ही सरकारी डॉक्टर्स का कहना है की होली पर मरीजो की संख्या कई गुना बढ़ जाती है .. और अधिकतर मरीज ऐसे आते है जो शराब या किसी दुसरे नशे में खुद को नुकशान पहुंचाते है .. और इस दिन एक्सीडेंट भी ज्यादा होते है ..इसलिए दवाइयों की संख्या इस अवसर पर बढ़ा दी जाती है .. ताकि मरीजो की संख्या बढने पर दवाइयों की कमी न पड़े .और इलाज में देरी न हो ..
बाईट - डॉ मनोज कुमार ( CMO सत्यवादी राजा हरिशचंदर अस्पताल )
वी ओ 3
अब जरूरत है लोग खुद भी सावधाने बरते ख़ुशी मनानें के साथ साथ दुसरो की सेहत से भी खिलवाड़ न करे ..क्योकि होली खुशियों का त्यौहार है .........
..
अनिल अत्री दिल्ली ....
No comments:
Post a Comment