Monday, September 8, 2014

दिल्ली में भी हो सकती है क्लोरीन गैस की बड़ी त्रासदी ..

दिल्ली में भी हो सकती है क्लोरीन गैस की बड़ी त्रासदी .. भोपाल गैस त्रासदी की तरह राजधानी में भी लोग हो सकते है क्लोरीन गैस के शिकार .. बाहरी दिल्ली के झंगोला में दिल्ली जल बोर्ड के रेनिवैल प्लांट में क्लोरीन गैस हुई लिकिज । खेतो में बने प्लांट का आसपास करीब सौ एकड़ फसल पेड़ पौधे तक मुरझाये । लोगो ने खेतो से भागकर बचाई जान । कुछ लोग बेहोश भी हुए । यदि गाव की तरफ गैस जाती तो पूरा गाव होता खाली । यमुना की तरफ खेतो में हुआ रिसाव ..लोगो जल बोर्ड के इस रैनीवैल पर हंगामा । अधिकारियों को बनाया बंधक ..  फसल मुआवजे व् लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ कारवाई की मांग ।
वी ओ 1 जल बोर्ड के रैनिवैल प्लांट पर खड़े ये लोग है बाहरी दिल्ली के कंझावला के किसान .. इन्होने गेट बंद कर दिया और अंदर है जल बोर्ड के कर्मचारी व् अधिकारी ... ये गाव यमुना किनारे बसा है और यमुना किनारे रैनिवैल प्लांट लगाकर कई सौ गावो को पानी सप्लाई किया जाता है .. यहा पानी सप्लाई के लिए क्लोरीन गैस के बड़े बड़े ये सिलेंडर लगाये जाते है .. और अचानक ये सिलेंडर लिकिज हो गया .. और इस सिलेंडर से कलोरीन गैस निकली ..गैस इतनी जहरीली की आसपास यमुना किनारे कई सौ एकड़ जमीन में लगी फसल व् सब्जी जलकर मुरझा गई ...पेड़ो व पौधों के पत्ते तक मुरझा गये .. लोगो को आवाज देकर बताया गया की क्लोरीन लिकिज हो गई सभी लोग खेतो से भागे .. लोगो को गैस से सिर चक्कराने लगे तो लोग खेतो से भागे और खेत खाली हो गये .. कुछ लोग बेहोश तक हो गए जिन्हें ट्रेक्टर से लोग तुरंत गाव में उठा ले गये जिन्हें काफी देर में होश आया .. हवा पश्चिम दिशा से थे और पश्चिम में बसा झंगोला गाव बचा गया और पूर्व की तरफ यमुना किनारे की और गैस गई और सैकड़ो एकड़ फसल मुरझा गई ..पेडो के पत्ते मुरझा गये ..सब्जिया बर्बाद हो गई . साथ ही अब ये सब्जिया जहरीली हो गई खाने वालो को हो सकता है बड़ा नुकशान .. यदि हवा पूर्व की दिशा से होती तो पूरा गाव खाली करना पड़ता .. इतनी बड़ी घटना के बाद भी घंटो तक जल बोर्ड के अधिकारी नहीं आये ..इस कारण लोग गुस्से में हो गये ..
बाईट - सतीश कुमार स्थानीय निवासी टेक्स्ट - वाटर सप्लाई ये पानी में यूज करते है ..हमारी फसल में नुकशाना हुआ है ..उसका मुआवजा दे ..वरना हम मर जायेगे ..कोई भी ऑफिसर नहीं आया ..
बाईट - जोनी स्थानीय निवासी टेक्स्ट - सौ से ढेढ़ सौ एकड़ में नुकशान है ..चार पांच बेहोश हुए ट्रेक्टर में लेकर गये ..शुक्र है की हवा यमुना की तरफ की थी वरना आधा गाव तबाह होता ..

वी ओ 2
जल्दी से लीकेज बंद न करने व लापरवाही से लिकिएज होने के कारण स्थनीय लोगो ने इस रैनिवैल प्लांट के गेट को बंद कर जल बोर्ड के कर्मचारियों को अंदर रोक दिया है और बड़े अधिकारियों के आने की मांग कर रहे है .. लोगो को मांग है की लापरवाही कर्मचारी पर कारवाई हो साथ ही उनकी फसलो का मुआवजा मिले ..
बाईट -संजय चौहान  स्थानीय निवासी टेक्स्ट - ढाई सौ तिन सौ किलो में नुकशाना ..आज हमारी भरपाई कौन करेगा ..इस प्लांट को कही अलग जगह बनाया जाए ..
बाईट  - सतविन्द्र सिंह स्थानीय निवासी टेक्स्ट - हम यहा आये लिकिज हो रही थी ..हमारी पूरी फसल तबाह हो गई ..हमने अधिकारी बंद कर रखे है ..हमारी फसल का क्लेम मिले ..जब तक बड़े अधिकारी नहीं आते ..

वी ओ 3
अब जल बोर्ड के कर्मचारी इसे एक दुर्घटना मान रहे है और कह रहे है उसे वजीराबाद से टीम बुलाकर अस्थाई रूप से बंद कर दिया है .. नुकशान तो है ..मान रहे है पत्तिया मुरझा गई है .. साथ ही कह रहे है हम क्या कर सकते है घर में सिलेंडर लिकिज हो जाए तो क्या कर सकते है ...
बाईट - दिल्ली जल बोर्ड जेई text -

नुकशान तो है ..मान रहे है पत्तिया मुरझा गई है .. साथ ही कह रहे है हम क्या कर सकते है घर में सिलेंडर लिकिज हो जाए तो क्या कर सकते है ...वी ओ 4
अब जरूरत है एसी खतरनाक गैस का प्लांट गाव से दूर हो साथ ही ऐसे इंतजाम हो की गैस लीक हो तो तुरंत उस पर काबू पाए जा सके ..और लीक हो भी जाए तो उसके इन्तजाम ऐसे हो की बड़ी तबाही न हो .... अब यहा किसानो को फसल का बड़ा नुकशान हुआ है और सरकार की तरफ से कोई मुआवजे आदि की घोषणा नहीं की गई है ...



अनिल अत्री  दिल्ली ...

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