Sunday, June 12, 2011

बुराड़ी में यमुना में फिर हादसा..पानी में डूबकर 5 युवकों कि मोत.....






बुराड़ी में यमुना में फिर हादसा..पानी में डूबकर 5 युवकों कि मोत.....ये सभी बच्चे स्वरूप नगर गली नंबर 6 के रहने वाले थे जो शाम तक़रीबन 4 बजे यमुना किनारे घूमने गये थे...डूबते हुए साथी को बचाने में गयी इतनी जाने..प्रशासन कि लापरवाही हुयी फिर उजागर..
वी-ओ-१
यमुना फिर पांच बच्चों के लिए काल बन गयी...स्वरूप नगर इलाके कि गली नंबर 6 में रहने वाले 9 दोस्त आज शाम यमुना किनारे घूमने गये तो तो उनके घरवालों तक उनकी मोत कि खबर ही पहुची...बुराड़ी के ठीक पीछे बह रही यमुना में गोलू. गोविंदा, गोपी, कुनाल , विष्णु अनिश और जसवंत जब घूमने निकले कि तभी विष्णु मछली पकड़ने यमुना में उतरा...उसे उम्मीद नहीं थी वह इसमें फस जायेगा..जब वह डूबने लगा तो उसके साथ एक एक करके यमुना में उतरने लगे और डूबने लगे...इन लड़कों ने बताया कि वे गुमने गयी थे और विष्णु को बचाने में बाकी डूबे..
बाईट--- जसवंत और अनिश (मर्तक के साथी )
( हम यहाँ नहाने गाये थे... एक लड़का मछली पकड़ने जमुना में उतारा तो वो डूबने लगा..उसकों बचाने वे उतारे तो डूबने लगे हम बच गये..)
बाईट---जसवंत
( पॉँच बन्दे डूब गयी हम बड़ी मुश्किल से बचे है..)
वी-ओ-२
दरअसल बुराड़ी के इस जगह यमुना कुछ उथली है..किसान अक्सर यहाँ से यमुना को बिना नाव कि ही पार करते है..लिहाज़ा इन्हें देख कई लोग भी यमुना में उतार जाते है और इस तरह हादसों का शिकार बन जाते है...प्रशासन कि और से किसी तरह कि चेतावनी और सुरक्षा के इन्ताम होते है नतीज़न इस तरह कि हादसे यहाँ आस्कर होते रहते है..
बाईट---प्रवीन
( यहाँ यमुना उथली है लोग इसे पैदल ही पार करते है...इसी करण इस तरह कि घटनाएं होती है...)
वी-ओ-३
ये सभी युवक एक ही गली के रहने वाले थे और आपस में अच्छे दोस्त थे...लेकीन पल भर में ही एक पुरे मोह्हले में मातम छा गया...इन बच्चों को मोत को केवल एक हादसा ही नहीं कहा जा सकता बल्कि प्रशासन कि लापरवाही भी है...जिसके वजह से आये दोन ऐसे हादसे होते रहते है..न जाने सरकार कितने हादसों का इन्तजार कार रही है...

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