Thursday, March 3, 2011
बेटा अपनी माँ को लेने स्कूल गया तो उसकी माँ ने केवल इसलिए इसके साथ घर आने से इनकार कर दिया कि इसने केमिस्ट्री का पेपर अच्छा नहीं किया था..
जिंदगी इम्तहान लेती है..लेकीन अब इम्तिहान जिंदगी ले रहे है..परीक्षाएं शुरू हुयी नहीं कि पेपर खराब होने पर छात्रों द्वारा आत्महत्या कि धटनाये भी सामने आनी लगी है...आज नरेला में भी एक 12 वी के छात्र ने घर में पंखे से लटक कर खुद को ख़त्म कर लिया...विज्ञानं के छात्र डेनियल उर्फ आशु के माता पिता इस बात से नाराज थे कि आशु अच्छा पेपर नहीं करके आया..इससे दुखी आशु ने खुद को ख़त्म कर लिया...
................परीक्षाएं प्राण ले रही है...रोती बिलखती यह केवल एक माँ ही नहीं बल्कि एक शिक्षिका भी है...बच्चों को पढाती है लेकीन अपने ही बच्चे के मन को नहीं पढ़ पायी...रोज कि तरह डेनियल नाम के इस महिला का बेटा अपनी माँ को लेने स्कूल गया तो उसकी माँ ने केवल इसलिए इसके साथ घर आने से इनकार कर दिया कि इसने केमिस्ट्री का पेपर अच्छा नहीं किया था..यह बात डेनियल उर्फ़ आशु को चुभ गयी..दिल्ली पुलिस में सब इन्स्पेक्टर है डेनियल के पिता...और माँ टीचर डेनियल ने घर में पंखे से लटक कर खुद को ख़त्म कर लिया...
.........................पुलिस कोलोनी का रहने वाला डेनियल नरेला के सर्वोदय विद्यालय में साईंस का स्टुडेंट था...उसका एक मार्च को केमिस्ट्री का पेपर था...जो खराब हुआ..माँ सरकारी स्कूल में टीचर और पिता दिल्ली पुलिस में सब इन्स्पेक्टर..उन्हें डेनियल से बहुत उम्मीदें थी..पेपर खराब हुआ तो उन्हें यह अच्छा नहीं लगा उन्होंने नाराजगी जाहिर तो जज्बात में आकर आशु ने आत्महत्या कर ली...प्राण लेती परीक्षाओं के इस घटना ने फिर साफ़ किया है कि आज माता पिता अपने उम्मीदों का इतना बोझ बच्चों पर डाल रहे है जिसे सहन करना इतना मुश्किल हो गया है को वे मोत को भी गले लगा रहे है...
अनिल अत्री दिल्ली ..............
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