Friday, January 7, 2011

आपका क्या विचार है ???????????

यदि राज्य मै सुव्यवस्था बनाये रखना है तो कवियों को राज्य से बाहर निकाल दें ...प्लेटो
प्लेटो के अनुसार काव्य मिथ्या जगत कि मिथ्या अनुकृति है ...कवि या साहित्यकार जिन वस्तुओं या व्यक्तियों कि अनुकृति करता है वे पहले से ही जगत मे विद्यमान है ..और अनुकरण कभी पूर्ण नही होता ...ऐसी स्थिति मै कवि या कलाकर नकल कि नकल करता है ..इस प्रकार वह सत्य से दो गुना दूर रहता है ...इसलिए वह दंडनीय है ..प्लेटो कहता है कि कवि का महत्व एक मोची से कम है ....ये अनील अत्री नही एक यूनानी दार्शनिक कह रहा है ...

आपका क्या विचार है ???????????

काव्य वासना को बडाता है ????????????????

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