Wednesday, June 30, 2010

शोक सभा में लूट...





श्रीमान जी वर्तनी नही केवल भाव देखिये ...इंडिक में लिखते हैं इसलिए गलती सम्भव हैं ........
शोक सभा में लूट...जी हाँ सुनाने में आपको बेशक अजीब लगी लेकिन दिल्ली में लूटेरों के होसले ही बुलंद नहीं है बल्कि वे पत्तर दिल भी हो चुकें है..नोर्थ वेस्ट जिले के सरस्वती विहार इलाके में आज लूटेरों ने एक ऐसे घर को अपना शिकार बने जहाँ मोत का मातम पसरा पड़ा था..हथियारों से पञ्च लोग डी ब्लाक में घुसे और महिलाओं को पिस्तोल की नोक पर बंधक ही नहीं बनाया बल्कि उनके साथ मारपीट भी की..इनमें ज्यादातर महिलाएं बुजुर्ग थी...
सरस्वती विहार के इस घर में घर के मुखिया की मोत का मातम पसरा था..की एक और घटना से इन पर परेशानी का पहाड़ टूट पड़ा...डी.ब्लाक में रहने वाले गारमेंट कारोबारी दीपक खनिजो के दादा..के निधन पर उनके रिश्तेदारों और दोस्तों का शोक प्रकट करने के लिए आना जान लगा थी की आज दोपहर करीब साढ़े १२ बजे पञ्च हथियार बंद बदमाश घर में घुसे और सब को हथियारों के बल पर काबो कर लिया...उस समय घर में करीब २० से २५ लोग थे..लूटेरों ने आदमियों को एक कमरे में बंद कर दिया जबकि महिलाओं को एक और खड़ा कर उनके गहने उतरवा लिए...लूटेरों ने महिलाओं से मारपीट भी की--- इस घटना स्थानीय लोगों में सनसनी ही नहीं फ़ैल गयी बल्कि पुलिस के प्रति लोगों में गहरी नाराजगी भी थी...पुलिस यहाँ भी लेट पहुची...लोगों ने पुलिस के खिलाफ घर में ही नारेबाजी की...घटना दिन दहाड़े दोपहर को हुयी उस समय इस शोकाकुल परिवार को सात्वना देने आने वालों में अधिकतर बुजुर्ग महिलाएं थी...लूट की शिकार भी अधिकतर यही हुयी...लूट कितने की है पुलिस इसकी जाँच कर लूटेरों के बारें में पूछताछ कर उनकी पहचान करने में जूती है... इस घटना ने साफ़ कर दिया है की लूटेरों ने लिए न मंदिर मस्जिद का कोइ मतलब है और न मैयत का...उनके मोका चाहिए फिर माहौल जैसा भी हो...दीपक का परिवार अपने घर के मुखिया की मोत पर जितना शोकग्रस्त है अपने घर आने वालों के साथ हुयी इस लूट की घटना से उतना ही दुखी भी है...
Anil Attri Delhi

2 comments:

  1. हद है..बहुत अफसोसजनक!

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  2. जिस एरिया में यह घटना हुई है उस एरिया के पुलिस वालों में थोरी भी शर्म बाकीं है तो लूटेरों को तिन दिनों में पकर कर सारा मॉल जप्त कर पीड़ितों को वापस दिलाये या चुल्लू भर पानी में इलाके के DCP समेत सभी पुलिस वाले डूब मरे ? शर्मनाक है ऐसी घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए |

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