




दिल्ली मैं पोल की पोल खुली .....
..दोपहर तक झुलसाने वाली तेज धुप थी अचानक दोपहर बाद तेज हवाए चली आंधी आई जिसमें कहीं पेड़ गिरे तो कहीं दीवार..वहीँ मुंडका मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में एक हाई मास्क पोल गिरा गया जिसके निचे एसेंट और वैगनार गाड़ियाँ दब गयी...लोहे का यह पोल करीब गाड़ियाँ खाली थी लिहाज़ा कोइ हताहत नहीं हुआ..लेकिन मेट्रो पार्किंग में बिजली का यह पोल नया ही लगा था..लिहाज़ा इस पोल के इस जरा सी तेज़ हवा में ही गिर जाने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए है..बहार हाल मेट्रो प्रशासन ने इस पोल को तुरंत हटा दिया...और इसकी जाँच की बात कह रही है..
बाईट - क्रिशन कुमार ( चस्म दीद ) - जेसे आंधी आई इसमें नट एक एक ही लगाये थे गिर गया ..लापरवाही हैं मजबूती नही ...
अनिल अत्री दिल्ली
हद हो गई लापरवाही की
ReplyDeleteअब आदत हो गई लापरवाहियां सहने की
ReplyDeleteमैंने जब चिंतन किया तो यह समझ आया कि :-
ReplyDeleteबहुत मजबूत लापरवाही।
पोल बने कारों के दुश्मन।
यातायात की समस्या निपटाने में जुटे पोल।
सी एम करेंगी पोल को सम्मानित।
achcha hua koi gaadi me nahi tha
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