Thursday, May 27, 2010

लूट के इस वारदात को मुखर्जी नगर के एक सीनियर सिटिज़न ने अपनी जान पर खेलकर नाकाम कर दिया था

एंकर - उत्तरी पश्चिमी जिला पुलिस ने दो रोबर्स के गिरोह को धर दबोचा ..एक पेट्रोल पम्पो को अपना निशाना बनाता था दूसरा दिन दहाड़े डकेती डालता था ..दोनों के पास से रिवाल्वर व गाड़ियां बरामद हुई है ...पहला मामला शालीमार बाग़ का दूसरा मुखर्जी नगर का ..मुखर्जी नगर में एक बिजनेसमेन के घर दिन दहाड़े लूट के वरदार को अंजाम देने वाले लूटेरों का एक साथी उनका अपना ही वर्षों पुराना नोकर निकला...लूट के इस वारदात को मुखर्जी नगर के एक सीनियर सिटिज़न ने अपनी जान पर खेलकर नाकाम कर दिया था...उस बुजुर्ग के बहादुरी और परिवार के समझदारी से एक बदमास पकड़ा गया..और जब उससे पूछताछ और जाँच के बाद राज खुला कि लूटेरों को उनके अपने ही नोकर ने निमंत्रण दिया था...पुलिस ने इस मामले को सुलझाकर नोकर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि दो अभी फरार है...शालीमार बाग थाना पुलिस ने चार लूटेरों को गिरफ्तार कर एक पेट्रोल पम्प कि लूट कि योजना को नाकाम किया है..पुलिस ने इनके कब्जे से दो एक ९ एम.एम कि पिस्टल तीन जिन्दा कारतूस एक देसी कट्टा लाल मिर्च पौडर और चोरी के २ मोटरसाईकल बरामद कि है..इनमें सोनू नाम का शख्स होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद भी जब नोकरी नहीं मिले तो लूटेरा बन गया... वी-ओ-१ नोर्थ वेस्ट पुलिस के हत्थे चढ़े राज सिंह नाम के इस शक्श ने रुपये के लालच में अपने मालिक के साथ ही गद्दारी नहीं कि बल्कि ऐसे तमाम लोगों की भी चिंता बढा दी है जो अपने ड्राईवर कि वर्षों पुरानी वफादारी का दंभ भरते है..रूपये के लालच में इसने अपने इन साथियों के साथ मिलकर अपने ही मालिक को लूटने कि योजना बना डाली...योजना के अनुसार इसने अपने तीन साथियों अपने मालिक के घर के बारे में पूरी जानकारी दी..और 22 मई को करीब पौने बारह सुनील उर्फ़ संजय, रविन्द्र सिंह और इनका एक साथी हथियारों के साथ मुखर्जी नगर के सेनियर सिटिज़न राजेन्द्र खोसला के घर में घुसे...पाने बारह बजे ये लोग अनदार आये और चाकू पिस्तोल के बल पर 68 वर्षीय राजेन्द्र खोसला और उनकी पत्नी को कवर करते हुए उनसे घर में रखे रूपये और जेवरात कि मांग कि...लेकिन राजेन्द्र खोसला रुपये देने के बजाये उनसे भीड़ गये....हाथों में पिस्तोल देखा उनकी पत्नी बेहोश हो गयी...शोर शराबा सुन उपरी मंजिल पर मौजूद उनकी पुत्रवधू भी नीचे आये तो वहां का नजारा देख वह जोर से चिल्लाई..उसके चिल्लाने के आवाज सुन दो लूटेरे बहार भागे..उनके पीछे उनकी पुत्रवधू भी भागी..और बहार जाकर जोर से चिल्लाई....लेकिन उनमें से एक लूटेरे को राजेन्द्र खोसला ने पूरी ताकत के साथ पकडे रखा...वह लूटेरा उनकी छाती पर बैठा था...इस दौरान लूटेरों ने फायर किये...फेवाल्वर कि बट से उनके सर पर वार भी किये..उन्हें चाकू भी लगे..लेकिन उन्होंने लूटेरों को नहीं छोड़ा.,.उनकी रिवाल्वर तक छीन ली... बाईट---राजेन्द्र खोसला ( बहादुर बुजुर्ग ) वी-ओ-२ बाकि लूटेरे भागते समय लूटेरे अपनी टाटा इंडिया कार भी मोके पर ही छोड़ गये...दो पिस्तोल भी मोके पर ही पुलिस को बरामद हो गयी...लूटेरे जिस तरह से रुपये कि मांग कर रहे थे साफ़ संकेत मिल रहे थे कि उन्हें इस बात कि जानकारी थी उनके कितनी रुपये कहाँ रखें है..पुलिस ने पकडे गये लूटेरे और उसके मोबाईल से जब जाँच शुरू कि तो खुलाश हो गया कि इस सनसनीखेज वारदात का मास्टर माईंड उनका अपना ही वर्षो पुराना नोकर राज सिंह था...जो नो साल से राजेन्द्र खोसला के घर ड्राईवर था...राजसिंह को पता था कि सदर बाज़ार कारोबारी राजेन्द्र खोसला के घर लाखों रूपया आटा रहता है..घर में भी ज्वेलरी समेत लाखों रुपये रहते है..इसके सूचना राजसिंह ने अपने गावं के साथी रविन्द्र को दी..इसके बाद इन्होने योजना बांयी रो यूपी के एक गैंग को अपने साथ मिलाया..और इस योजना को अंजाम देने के लिए खोसला के घर दिन दहाड़े घुस गये.. बाईट---बी. शंकर ( अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नोर्थ वेस्ट ) v o 3 अब इसे इनकी बदकिस्मती कहें या इस बुजुर्ग कि बहादुरी कि इनकी योजना ही नाकाम नहीं हो गयी बल्कि ये पुलिस के गिरफ्त में भी आ गये...और यूपी के एक गैंग का लूटेरा मोके पर ही पकड़ा गया..अब पुलिस इसके बाकि लूटेरों कि तलाश में जुटी है...वर्षों पुराना नोकर राज सिंह जल्द अमीर बनाना चाहता था जिसके लिए उसने अपनी नो साल कि वफादारी का खून कर दिया...राज सिंह के चहरे पर भी पचाताप के कोई भाव नहीं है..जाहिर है यह वफादार नोकर के आड़ में एक अपराधिक स्वभाव का इंसान था..इस पर पर मुखर्जी नगर और तिमार पुर थाने में दो मामले पहले से भी दर्ज है..जिसकी जानकारी शायद खोसला परिवार को नहीं थी..बाकि फरार गैंग के सभी सदस्य यूपी मेरठ के है...इनमें सुनील उर्फ़ संजीव पर भी यूपी मेरठ में दो मामले दर्ज है...अब पुलिस बाकि लूटेरों के तलाश में ही नहीं जुटी बल्कि इस बात का भी पता लगाने में जुटी है के V O 4 ( हाथ से मुह छिपाए और सर झुकाए खड़ा लड़का ) शालीमार बाग पुलिस कि गिरफ्त में आये सोनू नाम का यह शक्श एक कामयाब इंसान बनाना चाहता था..इसके लिए इसने तीन साल का होटल मैनेजमेंट का कोर्स भी किया..लेकिन नोकरी नहीं मिले...मन मारकर इसने साउथ दिल्ली एक एक रेस्ट्रोरेन्ट में वेटर कि नोकरी कर ली..कोर्स करने के बाद भी केवल वेटर कि नोकरी....? इस बात से यह इतना नीरस हो गया कि यह अपराधी हाँ बैठा...अब यह मुह छिपाए पुलिस के कब्जे में खड़ा है..यह अब इन लूटेरों का साथी है जो शालीमार बाग इलाके एक हैदर पुर मेंएक पेट्रोल पम्प लूटने कि पूरी तैयारी में थे.. बाईट---बी. एस. देशवाल ( अतिरिक्त उपयुक्त नोर्थ वेस्ट दिल्ली ) ( सोनू ने तीन साल का होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था..लेकिन नोकरी नहीं मिल रही थी..साउथ दिली में एक वेटर बन गया..इस बात से यह काफी निराश था..इसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डैकेती कि योजना बनाई और हैदर पुर के केंची वाला बाग में एक पेट्रोल पम्प लूटने कि योजना बनाने के लिए इकठ्ठे हई....पहले से घाट लगाये बैठी पूलिस ने इन्हें दबोच लिया..लेकिन इनका एक साथी भागने में कामयाब हो गया..) VO -5 पुलिस ने डैकैती कि इस योजना को नाकाम कर कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है....इसके साथ पकडे गये बाकि लूटेरों में मुकेश (मोटा लड़का ) संदीप ( लाल टी शर्ट ) सुनील ( लाइनदार कमीज पहने ) और पपू सभी कम पढ़े लिखे है...जो मोज मस्ती के लिए पैसा बनाए के लिए लूट करना चाहते थे..लेकिन पुलिस मिली एक सूचना के बाद धर लिए गये...जबकि इनका एक साथ भागने में कामयाब हो गया...पुलिस ने इनके कब्जे से एक ९ एम.एम. पिस्टल, तीन जिन्दा कारतूस और एक देशी कट्टे, एक लोहे को रोड मिर्च पौडर समेत चोरी कि तो मोटरसाईकल भी बरामद कि है...अब पुलिस इसकी जाँच कर रही है कि इन पर और कहाँ कितने मामले है... Anil Attri ............

3 comments:

  1. अनिल जी मुझे लगता है की दिल्ली पुलिस सो रही है और उसे ऐसे जांबाज सीनियर सिटिजन से जागने का पाठ जरूर पढना चाहिए / सलाम है ऐसे जज्बे को /

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  2. this is five days old news. why you posted such old news here?very strange

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  3. Tin Bande post wale din Pulis ne bhi pakde hain........ ye 22 May ka follow....

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