रोहिणी के डी.टी.सी.बस डेपो में देर रात एक बस में आग लग गयी..आग उस वक्त लगी जब डेपो में खड़ी एक पुरानी बस में सी.एन.जी.गैस फिल्लिंग कि जा रही थी..आग अचानक इस कदर लगे कि वह वहां खड़े डीटीसी कर्मचारियों के काबू में नहीं आ सकी...इस आग में जय पाल नाम का एक ड्राईवर करीब ३० से ४० प्रतिशत तक जल गया... वी-ओ-१ दिल्ली के बालाजी एक्शन हॉस्पिटल में भर्ती जय पाल नाम का यह शख्स डीटीसी ड्राईवर है....इसकी यह हालत कल देर रात डीटीसी डेपो में लगी एक बस कि आग में झुलसाने से हुयी है....जय पाल खुशकिस्मत था कि वह बच गया...इसकी इस हालत क इ लिए केवल यह हादसा ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि रोहिणी के इस डीपो में चार रही लापरवाही जिम्मेदार है....दरअसल डेपो में रात को सीएनजी फिलिंग का काम चल रहा था..कि अचचानक डीटीसी कि बस में आग लग गयी..आग इतनी तेज़ी से लगे कि ड्राईवर को संभालने का मोका तक नहीं मिला...समय रहते आग पर काबू पा लिया गया..इस घट्न से डेपो में काम कर रहे कर्मचारी दहशत में है...यह चार लो फ्लोर बसें भी खड़ी थी...जाहिर है हादसा काफी बड़ा हो सकता था...खुद डीटीसी कर्मचारी मानते है कि यह सब डेपो मैनेजर कि लापरवाही से हुआ है... बाईट---ऋषि ( कर्मचारी डीटीसी डीपो) ( यह सब मैनेजर कि लापरवाही से हुआ है...यह चार लो फ्लोर बसें भी खड़ी थी...जाहिर है हादसा काफी बड़ा हो सकता था ) यह बस काफी पुरानी थी....इस डीपो में नयी बसे आने थी इसी लिए पुरानी बसों को ठीक से रिपेयर तक नहीं किया जाता था.. ....ड्राईवर को भी अस्पताल सुबह ही भेजा गया..ड्राईवर जय पाल को डेपो के ही कर्मचारी ने सुबह एक्शन बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया...में भारी कराया गया है जहाँ उसक इलाक्ज चल रहा है...बस डेपो प्रबधन कि और से इस पर कुछ भी कहना तो दूर प्रतकारों को अन्दर तक नहीं जाने दिया जा रहा है...बस डेपो में काम कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि यह बस काफी पुरानी थी जिसे न चलने कि सलाह कई बार दी गयी..लेकिन फिर भी प्रबंधन न जाने इसे क्यों चलाना चाहता है..यह हादसा काफी बड़ा हो सकता था यदि यह आग वहां खड़ी अन्य बसों में भी लग जाती..बस में चार लो फ्लोर बस भी थी जो हाल ही में यहाँ आयी थी...यह डेपो नयी बसों के लिए बनाया गया है....रोहिणी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर डी है... अनिल अत्तरी दिल्ली
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