Tuesday, January 12, 2010

अग्र रसिक रामचरण-स्वसुखी, शंकर-महापुरुषिया ब्रह्म-मध्वा हँस-निबार्का हरि सखी।- ANIL ATTRI..

अग्र रसिक रामचरण-स्वसुखी, शंकर-महापुरुषिया ब्रह्म-मध्वा हँस-निबार्का हरि सखी।
रुद्र-विष्णु श्री-रामानुज वारकरी-पुण्डलिक राधावल्लभ-हितहरिवंश जीवाराम-तत्सुखी।।
अनिल अत्री...


शौरसेनी से पश्चिम और राजस्थानी गुजराती तथा अर्धमागधी से पूर्वी हिन्दी।
मागधी से बिहारी उड़ीया बंगला असमिया, ब्राचड़ से निकली सिन्धी।
पंजाबी लहंदा पैशाची से और खस से पहाड़ी हिन्दी।।
अनिल अत्री...


देहरादुन सहारनपुर मुजफ्फरपुर मेरठ बिजनौर रामपुर मुरादाबाद खड़ी बोली के साथ।
आगरा मथूरा अलीगढ़ मैनपुरी एटा बदायूं बरेली धोलपुर हाथरस ब्रजभाषा के हाथ।
झाँसी जलौन हमीरपुर ओरछा नृसिंहपुर होशंगाबाद जुड़े बुन्देली के साथ।।
अनिल अत्री...

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