Wednesday, December 23, 2009

हिन्दी सहित्य इतिहास दस बिन्दु..ज्ञानमार्गी शाखा के काव्य का प्रधान रस - शांत।

हिन्दी सहित्य इतिहास दस बिन्दु..........
1. ज्ञानमार्गी शाखा के काव्य का प्रधान रस - शांत।
2. कृष्णभक्ति शाखा के काव्य का प्रधान रस - वात्सलय व श्रृंगार।
3. रामभक्ति शाखा के काव्य का प्रधान रस - भक्ति व शांत रस।
4. डॉ0 रामकुमार वर्मा ने चारणकाल में कौन-सा साहित्य लिया - डिंगल साहित्य।
5. विजयेन्द्र स्नातक लिखित हिन्दी साहित्य का इतिहास के प्रकाशक है - साहित्य अकादमी।
6. ग्रियर्सन द्वारा लिखा गया हिन्दी सहित्य का इतिहास द मॉडर्न वर्नेक्यूलर लिटरेचर आफ हिन्दुस्तान किस पत्रिका में प्रकाशित हुआ- एशियाटिक सोसाइटी आफ बंगाल।
7. रीतिकाल को कला काल कहने वाले - रमाशंकर शक्ल रसाल।
8. बहमनी राज्य के दफ्तरों में सरकारी ज़बान का पद प्राप्त था- हिन्दी को।
9. किस बोली का अपना साहित्य नही है - वघेली।
10. अवध में किस स्थान को छोड़कर सभी जगहों पर अवधी बोली जाती है- हरदोई।
अनिल कुमार अत्री

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