एंकर-- सराय रोहिल्ला के शास्त्री नगर में बुधवार को बिजनेसमैन के घर में दिनदहाड़े हुई लूट की मास्टर माइंड थी उनकी ही नौकरानी। महेश कुमार अग्रवाल के घर में हुई इस लूट कि गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने पुलिस ने नौकरानी कनिमा उसके पति अजय उर्फ मुरगन स्वामी और उसे दो साथियों सोनू और गंगा को गिरफ्तार कर लिया है...नोकारानी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए शक कि सुई बिजनेसमेन के छोटे भाए राजकुमार के किसी दुश्मन कि तरफ भी गुमाई..कनिमा कि ज्यादा चालाकी ही उसे पुलिस के चुंगल में ली गयी... वी-ओ-१ बुधवार को सरय्रोहिल्ला इलाके शास्त्री नगर में जब दिन दहाड़े बिजनेसमेन महेश अगरवाल एक घर हुयी लूट की मास्टर माईंड घर की नोकरानी कनिमा ही निकली....छोटे कद के की इस मासूम से देखने वाली कनिंग कनिमा की चालाकी तो खूब दिखाई लेकिन उसकी चालाकी ही उसे पुलिस के पिंजरे में ले गयी... पुलिस ने लूट की गुत्थे सुलझाने का दावा करते हुए नोकरिणी कनिमा को उसके पति अजय और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है ...लूटेरों ने केवल दिन दहाड़े लूट कि वारदात को अंजाम अंजाम देने के लिए महेश अग्रवाल के ढेढ़ साल के पोते पंकज कि गर्दन पर चाकू लगा दिया....इसके अपने ही भाड़े के बदमाशों ने मोनिका के साथ कनिमा को भी कमरे में बंद कर दिया और जूलरी व तीन लाख की गोल्ड और सिल्वर जूलरी, चांदी के सिक्के और पांच-छह हजार रुपये का कैश ली गये.... उस समय भी वह पुलिस और अपनी मालकिन मोनिका को बरगलाती रही....अप खुद सुइए उस समय उसने क्या कहा था... बाईट---कनिमा ( आरोपी नोकरानी ) महेश कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर के टूर पर थे और उनका छोटा बेटा राजकुमार मां और भतीजी के साथ मंगलवार को राजस्थान गया था। घर पर महेश का बड़ा बेटा सुधीर, उसकी पत्नी मोनिका और बेटा थे। कनिमा का पति शराबी था और बेरोजगार था..उस पर भरी कर्जा था जिसे उतरने के लिए उसनी पति के साथ मिलकर यह योजना बनाई...बुधवार का दिन उसे वारदात के लिए सबै माकूल नजर आया...उस दिन सुबह कनिमा बिजनेसमैन के घर पहुंची और उसने ग्राउंड फ्लोर पर लगा ऑटोमैटिक लॉक वाला मेन गेट खुला छोड़ दिया। इसका फायदा उठाकर गंगा और सोनू फर्स्ट फ्लोर पर मुंह पर रूमाल बांधकर पहुंचे और मोनिका से उनका बेटा छीनकर उसके गले पर चाकू लगा दिया। महेश अग्रवाल दे दो बेटे है सुधीर और राजकुमार...सुधीर बिजनेस करता है जबकि राजकुमार डी.डी.यूं. में डॉक्टर है.... सुधीर नोएडा अपने ऑफिस के लिए निकल गए थे। लुटेरों ने जानबूझकर राजकुमार के बारे में पूछा और बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर किसी को फोन करने का नाटक किया, ताकि मोनिका को लगे कि बदमाशों की राजकुमार से रंजिश है। कनिमा ने जीतनी चालाकी दिखाई उतनी ही गलतियाँ भी कर दी...जिसने उसे पुलिस के शक के दायरे में दिया...पुलिस ने जब उससे पूछा कि दरवाजा खुला कैसे रह गया, तो वह पुलिस को बरगलाने लगी। लेकिन सख्ती से पूछने पर उसका झूठ पकड़ा गया। बाईट----आर. के. झा ( अतिरिक्त उपयुक्त नोर्थ ) देखावे के लिए बदमाशों ने मोनिका के साथ कनिमा को भी कमरे में बंद कर दिया .. लेकिन जब सरायरोहिल्ला पुलिस ने जांच शुरू की तो उसे शुरू में ही नोकरानी पर शक हो गया.. और वह अपनी पति और उसके साथियों के साथ पुलिस की गिरफ्त में आ गयी...चारों आरोपी मूलत: मद्रासी हैं और वजीरपुर स्थित जे. जे. कॉलोनी के जी ब्लॉक में रहते हैं। इनके पास से लूट का ज्यादातर माल बरामद कर लिया है जिसमें करीब तीन लाख की गोल्ड और सिल्वर जूलरी, चांदी के सिक्के और पांच-छह हजार रुपये का कैश शामिल हैं। मुखर्जी नगर और शास्त्री नगर लूट के वारदातों में घरेलु नोकारों के शामिल होने के बाद अब उन तमाम लोगों को भी सेधन होजाना चाहिए जिनके नोकर काफी भरोसे मंद समझे जातें है.. Anil Attri
चलिए पुलिस ने कुछ तो सार्थकता दिखाई ,अनिल जी हमारा मानना है की दिल्ली पुलिस अगर ईमानदारी से चाहे तो हर अपराधी को पकड़ सकती है |
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